दोस्तों, आज हम बात करने वाले हैं एक ऐसे विषय पर जो आजकल शिक्षा जगत में बहुत महत्वपूर्ण हो गया है - शैक्षिक पोर्टफोलियो। आपने शायद यह शब्द सुना होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह असल में है क्या और यह क्यों इतना ज़रूरी है? एक शैक्षिक पोर्टफोलियो, जिसे हम हिंदी में 'शैक्षिक प्रलेख' भी कह सकते हैं, सिर्फ कुछ कागजात का ढेर नहीं है। यह किसी छात्र या शिक्षक के ज्ञान, कौशल, उपलब्धियों और विकास का एक संग्रहीत संग्रह है। यह एक लंबे समय की प्रक्रिया का परिणाम होता है, जिसमें छात्र अपनी सीखने की यात्रा के विभिन्न पहलुओं को दर्शाता है। इसमें असाइनमेंट, प्रोजेक्ट, परीक्षा के परिणाम, सह-पाठयक्रम गतिविधियों में भागीदारी, और यहां तक कि आत्म-मूल्यांकन जैसी चीजें भी शामिल हो सकती हैं। एक अच्छा पोर्टफोलियो सिर्फ अच्छे ग्रेड दिखाने से कहीं ज़्यादा है; यह रचनात्मकता, आलोचनात्मक सोच, समस्या-समाधान और निरंतर सीखने की क्षमता को भी प्रदर्शित करता है। कल्पना कीजिए, जब आप किसी नौकरी के लिए आवेदन करते हैं या उच्च शिक्षा के लिए अप्लाई करते हैं, तो आपका रिज्यूमे तो महत्वपूर्ण है ही, लेकिन एक विस्तृत पोर्टफोलियो आपके वास्तविक कौशल और क्षमता को साक्षात करा देता है। यह नियोक्ताओं या प्रवेश समितियों को आपके बारे में एक गहरी और समग्र तस्वीर प्रदान करता है, जो सिर्फ अंकों या ग्रेड से कहीं अधिक प्रभावी होती है। इसलिए, चाहे आप एक छात्र हों, शिक्षक हों, या शिक्षा क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति हों, शैक्षिक पोर्टफोलियो के महत्व को समझना और उसे प्रभावी ढंग से बनाना सीखना अत्यंत आवश्यक है। यह आपके भविष्य के द्वार खोल सकता है और आपको सफलता की ओर अग्रसर कर सकता है। तो चलिए, इस रोमांचक यात्रा पर निकलते हैं और शैक्षिक पोर्टफोलियो की दुनिया को गहराई से जानते हैं।

    पोर्टफोलियो क्या है? एक सरल परिभाषा

    तो, सबसे पहले यह समझना ज़रूरी है कि पोर्टफोलियो क्या होता है, खास तौर पर शिक्षा के संदर्भ में। बहुत ही सरल शब्दों में कहें तो, शैक्षिक पोर्टफोलियो किसी व्यक्ति, आमतौर पर एक छात्र के काम, सीखने और विकास का एक सुनियोजित संग्रह होता है। यह सिर्फ एक बार का काम नहीं है, बल्कि यह समय के साथ बनाया जाता है और इसमें विभिन्न प्रकार की सामग्री शामिल होती है जो व्यक्ति की क्षमताओं और प्रगति को दर्शाती है। सोचिए, यह एक डिजिटल या भौतिक फाइल है जिसमें आपकी सबसे अच्छी कृतियां, आपके सीखने के अनुभव, और आप कैसे बेहतर हुए हैं, इसका सबूत होता है। एक छात्र के लिए, इसमें स्कूल के प्रोजेक्ट, रचनात्मक लेखन के नमूने, कलाकृति, विज्ञान के प्रयोगों की रिपोर्ट, गणित की समस्याओं को हल करने के तरीके, प्रस्तुतियाँ, समूह परियोजनाओं में योगदान, और यहां तक कि शिक्षकों या साथियों से प्राप्त प्रतिक्रिया भी शामिल हो सकती है। यह सिर्फ परिणाम नहीं, बल्कि प्रक्रिया को भी दिखाता है। उदाहरण के लिए, किसी प्रोजेक्ट पर काम करते समय आपने किन चुनौतियों का सामना किया, आपने उन्हें कैसे पार किया, और आपने क्या सीखा - यह सब पोर्टफोलियो का हिस्सा बन सकता है। शिक्षकों के लिए, पोर्टफोलियो उनके शिक्षण विधियों, पाठ योजनाओं, छात्र मूल्यांकन के तरीकों, और व्यावसायिक विकास को प्रदर्शित कर सकता है। यह उनके पेशेवर विकास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। नियोक्ताओं या कॉलेज प्रवेश समितियों के लिए, पोर्टफोलियो छात्रों की वास्तविक क्षमता, रचनात्मकता, समस्या-समाधान कौशल, और सीखने के प्रति जुनून को समझने का एक अनूठा तरीका प्रदान करता है। यह रिज्यूमे या ग्रेड से परे जाकर व्यक्ति की पूरी तस्वीर पेश करता है। डिजिटल युग में, पोर्टफोलियो अक्सर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बनाए जाते हैं, जिन्हें ई-पोर्टफोलियो कहा जाता है। ये अधिक सुलभ, साझा करने योग्य, और मल्टीमीडिया तत्वों (जैसे वीडियो, ऑडियो, या इंटरैक्टिव सामग्री) को शामिल करने में अधिक लचीले होते हैं। संक्षेप में, पोर्टफोलियो वह दर्पण है जो आपके सीखने और बढ़ने की यात्रा को स्पष्ट रूप से दिखाता है। यह सिर्फ जमा करने के लिए नहीं, बल्कि आत्म-चिंतन और सुधार के लिए भी एक शक्तिशाली उपकरण है।

    पोर्टफोलियो के प्रकार: आपके लिए कौन सा सही है?

    जब हम शैक्षिक पोर्टफोलियो की बात करते हैं, तो यह समझना महत्वपूर्ण है कि सभी पोर्टफोलियो एक जैसे नहीं होते। विभिन्न उद्देश्यों और शैलियों के आधार पर, पोर्टफोलियो को कई अलग-अलग प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है। आपके लिए कौन सा प्रकार सबसे अच्छा है, यह आपके लक्ष्य पर निर्भर करेगा। आइए, कुछ प्रमुख प्रकारों पर नज़र डालते हैं:

    • प्रस्तुति पोर्टफोलियो (Showcase Portfolio): यह शायद सबसे आम प्रकार है। इसका मुख्य उद्देश्य आपके सर्वश्रेष्ठ काम को प्रदर्शित करना होता है। इसमें आपकी सबसे प्रभावशाली परियोजनाएं, असाइनमेंट, या कलाकृतियां शामिल होती हैं जो आपकी मुख्य दक्षताओं को दिखाती हैं। यह नौकरी के आवेदनों, कॉलेज प्रवेश, या छात्रवृत्ति के लिए बहुत उपयोगी होता है। इसमें गुणवत्ता पर मात्रा से अधिक ध्यान दिया जाता है। आप चाहते हैं कि जो भी इसे देखे, वह आपकी प्रतिभा और कौशल से प्रभावित हो।

    • प्रक्रिया या विकास पोर्टफोलियो (Process or Developmental Portfolio): जैसा कि नाम से पता चलता है, यह समय के साथ आपके सीखने और विकास की यात्रा को दिखाता है। इसमें शुरुआती मसौदे, असफल प्रयास, आत्म-चिंतन, और आपने कैसे सुधार किया - यह सब शामिल होता है। यह छात्रों को उनकी प्रगति का विश्लेषण करने और उन क्षेत्रों की पहचान करने में मदद करता है जहां उन्हें और अधिक मेहनत करने की आवश्यकता है। शिक्षक अक्सर कक्षा में छात्रों की सीखने की प्रक्रिया की निगरानी के लिए इस प्रकार के पोर्टफोलियो का उपयोग करते हैं। यह सीखने की प्रक्रिया को महत्वपूर्ण बनाता है, न कि केवल अंतिम परिणाम को।

    • मूल्यांकन पोर्टफोलियो (Assessment Portfolio): यह मुख्य रूप से मूल्यांकन के उद्देश्य से बनाया जाता है। इसमें विशिष्ट सीखने के उद्देश्यों को पूरा करने वाले काम के नमूने शामिल होते हैं। शिक्षक इसका उपयोग छात्रों के सीखने का आकलन करने और उन्हें ग्रेड देने के लिए कर सकते हैं। यह मानकीकृत परीक्षणों का एक पूरक हो सकता है, जो छात्रों की समझ और अनुप्रयोग की गहरी तस्वीर प्रदान करता है। इसमें निर्धारित मापदंडों के अनुसार चयनित कार्य शामिल होता है।

    • प्रतिनिधि पोर्टफोलियो (Representative Portfolio): यह पोर्टफोलियो का एक प्रकार है जो आपके काम के एक विस्तृत स्पेक्ट्रम को प्रस्तुत करता है। यह प्रस्तुति पोर्टफोलियो की तरह केवल सर्वश्रेष्ठ पर ध्यान केंद्रित नहीं करता, बल्कि आपके द्वारा किए गए विभिन्न प्रकार के कार्यों का प्रतिनिधित्व करता है। इसमें विभिन्न विषयों, कौशल सेटों, और परियोजनाओं से काम के नमूने शामिल हो सकते हैं। यह आपकी बहुमुखी प्रतिभा को दिखाने के लिए उपयोगी है।

    • ई-पोर्टफोलियो (E-Portfolio): यह पोर्टफोलियो का एक डिजिटल संस्करण है। इसे वेबसाइटों, ब्लॉगों, या विशेष पोर्टफोलियो प्लेटफार्मों पर बनाया जा सकता है। ई-पोर्टफोलियो मल्टीमीडिया सामग्री (जैसे वीडियो, ऑडियो, लिंक) को शामिल करने, आसानी से साझा करने, और लगातार अपडेट करने में बहुत लचीलापन प्रदान करते हैं। आजकल, तकनीक के बढ़ते उपयोग के कारण ई-पोर्टफोलियो बहुत लोकप्रिय हो रहे हैं।

    सही प्रकार का चुनाव करते समय, अपने उद्देश्यों पर विचार करें। क्या आप नौकरी के लिए आवेदन कर रहे हैं? प्रस्तुति पोर्टफोलियो शायद सबसे अच्छा होगा। क्या आप अपनी सीखने की प्रक्रिया को ट्रैक करना चाहते हैं? प्रक्रिया पोर्टफोलियो अधिक उपयुक्त होगा। अपने लक्ष्यों को समझना आपको एक ऐसा पोर्टफोलियो बनाने में मदद करेगा जो आपके लिए सबसे अधिक प्रभावी हो।

    पोर्टफोलियो क्यों महत्वपूर्ण है? शिक्षा में इसके लाभ

    शैक्षिक पोर्टफोलियो सिर्फ एक औपचारिक आवश्यकता से कहीं ज़्यादा है; यह छात्रों और शिक्षकों दोनों के लिए असंख्य लाभ प्रदान करता है। शिक्षा के क्षेत्र में इसके महत्व को समझना इसके वास्तविक मूल्य को जानने के बराबर है। सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण, पोर्टफोलियो छात्रों को अपनी सीखने की प्रक्रिया को समझने और प्रतिबिंबित करने में मदद करता है। जब छात्र अपने काम को चुनते हैं, व्यवस्थित करते हैं, और उसमें अपनी सीख को जोड़ते हैं, तो वे अवधारणाओं को अधिक गहराई से समझते हैं। यह 'क्यों' और 'कैसे' पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित करता है, न कि केवल 'क्या' पर। यह आत्म-जागरूकता को बढ़ावा देता है, जिससे छात्र अपनी ताकत और कमजोरियों को बेहतर ढंग से पहचान पाते हैं। दूसरा बड़ा लाभ यह है कि पोर्टफोलियो छात्रों की प्रगति को ट्रैक करने का एक उत्कृष्ट साधन है। समय के साथ, छात्र देख सकते हैं कि उन्होंने कितनी तरक्की की है, किन कौशलों में सुधार किया है, और क्या सीखा है। यह प्रेरणा का एक बड़ा स्रोत हो सकता है, खासकर जब वे अपनी पिछली उपलब्धियों को देखते हैं। शिक्षकों के लिए, पोर्टफोलियो छात्रों की व्यक्तिगत सीखने की शैलियों और जरूरतों को समझने में मदद करता है। यह शिक्षण विधियों को अनुकूलित करने और व्यक्तिगत सहायता प्रदान करने के लिए मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। तीसरा, पोर्टफोलियो छात्रों को 21वीं सदी के महत्वपूर्ण कौशल विकसित करने में मदद करता है। डिजिटल पोर्टफोलियो बनाने के लिए तकनीकी कौशल की आवश्यकता होती है। सामग्री का चयन और प्रस्तुति आलोचनात्मक सोच, समस्या-समाधान, और संचार कौशल को बढ़ावा देती है। छात्र सीखते हैं कि अपने काम को कैसे व्यवस्थित करें, उसका विश्लेषण करें, और उसे प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करें - ये सभी जीवन भर के लिए महत्वपूर्ण कौशल हैं। **चौथा, पोर्टफोलियो छात्रों को भविष्य के लिए तैयार करता है। कॉलेज प्रवेश और नौकरी के बाजार में, एक मजबूत पोर्टफोलियो रिज्यूमे और ग्रेड से अलग दिखने का एक शानदार तरीका हो सकता है। यह नियोक्ताओं या प्रवेश समितियों को आपकी वास्तविक क्षमता, रचनात्मकता, और जुनून का स्पष्ट प्रमाण देता है। यह सिर्फ यह बताने से कहीं अधिक प्रभावी है कि आप क्या कर सकते; यह उन्हें दिखाता है कि आप क्या कर चुके हैं। **अंत में, पोर्टफोलियो रचनात्मकता और नवाचार को प्रोत्साहित करता है। जब छात्रों को पता होता है कि उनके काम को प्रदर्शित किया जाएगा, तो वे अधिक प्रयास करते हैं और नई चीजें आज़माने के लिए प्रोत्साहित होते हैं। यह सीखने को एक अधिक आकर्षक और सार्थक अनुभव बनाता है। संक्षेप में, शैक्षिक पोर्टफोलियो छात्रों को सशक्त बनाने, उनके सीखने को गहरा करने, भविष्य के लिए तैयार करने, और शिक्षा की समग्र गुणवत्ता में सुधार करने का एक शक्तिशाली माध्यम है।

    एक प्रभावी पोर्टफोलियो कैसे बनाएं: कदम-दर-कदम गाइड

    तो गाइज़, अब जब हम शैक्षिक पोर्टफोलियो के महत्व को समझ चुके हैं, तो चलिए देखते हैं कि एक बेहतरीन पोर्टफोलियो कैसे बनाया जाता है। यह कोई रॉकेट साइंस नहीं है, बस थोड़े से योजना और लगातार प्रयास की ज़रूरत है।

    1. अपने उद्देश्य को परिभाषित करें (Define Your Purpose): सबसे पहले, यह तय करें कि आप यह पोर्टफोलियो क्यों बना रहे हैं। क्या यह कॉलेज के लिए है? नौकरी के लिए? या अपनी सीखने की प्रगति को ट्रैक करने के लिए? आपका उद्देश्य तय करेगा कि आप किस तरह की सामग्री शामिल करेंगे और आप उसे कैसे प्रस्तुत करेंगे। उदाहरण के लिए, कॉलेज प्रवेश के लिए आपको रचनात्मकता और अकादमिक उत्कृष्टता पर अधिक ध्यान देना पड़ सकता है, जबकि नौकरी के लिए, विशिष्ट कौशल और परियोजनाएं अधिक महत्वपूर्ण होंगी।

    2. सामग्री का चयन करें (Select Your Content): यह सबसे महत्वपूर्ण चरणों में से एक है। अपने सर्वश्रेष्ठ काम को चुनें। इसमें परियोजनाएं, असाइनमेंट, कलाकृतियां, लेखन के नमूने, वीडियो, प्रस्तुतियाँ, और यहां तक कि स्वयं-मूल्यांकन भी शामिल हो सकते हैं। गुणवत्ता पर ध्यान दें, मात्रा पर नहीं। ऐसी सामग्री चुनें जो आपके कौशल, ज्ञान, और व्यक्तिगत विकास को सबसे अच्छी तरह दिखाएप्रत्येक आइटम के लिए, यह स्पष्ट करें कि आपने क्या सीखा और यह आपके लक्ष्यों को कैसे पूरा करता है।

    3. संगठन और संरचना (Organize and Structure): अपने पोर्टफोलियो को तार्किक रूप से व्यवस्थित करें। आप इसे विषय, कौशल, या कालानुक्रमिक क्रम के अनुसार व्यवस्थित कर सकते हैं। एक स्पष्ट और अनुसरण करने में आसान संरचना सुनिश्चित करें। एक परिचय शामिल करें जो आपके बारे में और आपके पोर्टफोलियो के उद्देश्य के बारे में बताता हो। प्रत्येक आइटम के लिए एक संक्षिप्त विवरण प्रदान करें, जिसमें उसका संदर्भ, आपका योगदान, और आपने क्या सीखा हो।

    4. चिंतनशील तत्व जोड़ें (Add Reflective Elements): यह पोर्टफोलियो को वास्तव में खास बनाता है। सिर्फ काम दिखाने के बजाय, उस पर विचार करेंप्रत्येक आइटम के साथ या एक अलग खंड में, अपनी सीखने की प्रक्रिया, चुनौतियों, सफलताओं, और आपने क्या सीखा - इस पर अपने विचार लिखें। यह दर्शाता है कि आप एक विचारक हैं और अपनी गलतियों से सीखने में सक्षम हैं। यह आपके विश्लेषणात्मक और आलोचनात्मक सोच कौशल को भी प्रदर्शित करता है।

    5. प्रस्तुति पर ध्यान दें (Focus on Presentation): चाहे आपका पोर्टफोलियो डिजिटल हो या भौतिक, यह साफ-सुथरा और पेशेवर दिखना चाहिएडिजिटल पोर्टफोलियो के लिए, एक उपयोगकर्ता-अनुकूल इंटरफ़ेस और आकर्षक डिज़ाइन चुनें। अच्छी गुणवत्ता वाली छवियां और वीडियो का उपयोग करें। व्याकरण और वर्तनी की गलतियों से बचेंएक पेशेवर प्रस्तुति आपके काम के प्रति आपके समर्पण को दर्शाती है।

    6. प्रतिक्रिया प्राप्त करें और सुधारें (Get Feedback and Revise): अपना पोर्टफोलियो पूरा करने के बाद, इसे दूसरों को दिखाएं - दोस्तों, परिवार, शिक्षकों, या आकाओं को। उनकी प्रतिक्रिया लें और सुधार के लिए इसका उपयोग करें। वे ऐसी चीजें देख सकते हैं जिन्हें आप शायद चूक गए हों। पोर्टफोलियो एक गतिशील दस्तावेज है; इसे लगातार अपडेट और सुधार किया जाना चाहिए।

    इन कदमों का पालन करके, आप एक मजबूत और प्रभावी शैक्षिक पोर्टफोलियो बना सकते हैं जो आपकी क्षमताओं और उपलब्धियों को सफलतापूर्वक प्रदर्शित करेगा। याद रखें, यह आपकी कहानी बताने का आपका अवसर है!

    पोर्टफोलियो और रिज्यूमे: क्या अंतर है?

    बहुत से लोग पोर्टफोलियो और रिज्यूमे को एक ही चीज़ समझ लेते हैं, लेकिन गाइज़, इन दोनों में महत्वपूर्ण अंतर हैं। रिज्यूमे (Resume) आपकी शैक्षणिक और व्यावसायिक पृष्ठभूमि का एक संक्षिप्त सारांश है, जिसमें आपकी शिक्षा, कार्य अनुभव, कौशल, और उपलब्धियों को बुलेट पॉइंट्स में सूचीबद्ध किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य संभावित नियोक्ताओं को आपकी योग्यताओं का त्वरित अवलोकन देना होता है, ताकि वे यह तय कर सकें कि आप साक्षात्कार के लिए उपयुक्त हैं या नहीं। रिज्यूमे आमतौर पर एक या दो पृष्ठों का होता है और यह तथ्यात्मक जानकारी पर अधिक केंद्रित होता है। यह आपके 'क्या' पर जोर देता है - आपने क्या किया

    दूसरी ओर, पोर्टफोलियो आपके काम, कौशल, और विकास का एक गहरा और विस्तृत संग्रह है। यह सिर्फ तथ्यों को सूचीबद्ध करने के बजाय, आपके काम के वास्तविक नमूने प्रदान करता है। पोर्टफोलियो आपके 'कैसे' पर जोर देता है - आपने वह काम कैसे किया, आपने क्या सीखा, और आपकी रचनात्मक प्रक्रिया क्या थी। इसमें परियोजनाएं, लेखन के नमूने, कलाकृतियां, वीडियो, प्रस्तुतिकरण, और **यहां तक कि आत्म-चिंतन भी शामिल हो सकते हैं। पोर्टफोलियो आपकी क्षमताओं का प्रमाण है, न कि केवल उनका दावा। यह नियोक्ताओं या प्रवेश समितियों को आपकी क्षमताओं और कौशल को वास्तविक दुनिया के उदाहरणों के माध्यम से देखने का अवसर देता है। रिज्यूमे एक परिचय की तरह है, जबकि पोर्टफोलियो पूरी कहानी है। रिज्यूमे आपको साक्षात्कार तक पहुंचा सकता है, लेकिन एक प्रभावशाली पोर्टफोलियो आपको वह नौकरी या प्रवेश दिलाने में मदद कर सकता है। दोनों ही महत्वपूर्ण हैं, लेकिन उनके उद्देश्य और सामग्री अलग-अलग हैं। रिज्यूमे संक्षिप्तता और प्रासंगिकता पर केंद्रित है, जबकि पोर्टफोलियो गहराई, प्रमाण, और प्रक्रिया पर केंद्रित है। एक सफल पेशेवर बनने के लिए, दोनों को प्रभावी ढंग से उपयोग करना आवश्यक है। रिज्यूमे आपका 'क्या' बताता है, और पोर्टफोलियो आपका 'कैसे' और 'क्यों' बताता है, जिससे आपकी पूरी तस्वीर स्पष्ट होती है।

    निष्कर्ष: अपने शैक्षिक भविष्य को सशक्त बनाएं

    तो दोस्तों, हमने शैक्षिक पोर्टफोलियो की दुनिया में गहराई से गोता लगाया। हमने जाना कि यह क्या है, इसके विभिन्न प्रकार क्या हैं, यह इतना महत्वपूर्ण क्यों है, और एक प्रभावी पोर्टफोलियो कैसे बनाया जाता है। यह स्पष्ट है कि एक शैक्षिक पोर्टफोलियो सिर्फ एक अकादमिक अभ्यास से कहीं अधिक है; यह आपके सीखने की यात्रा का एक शक्तिशाली प्रतिबिंब, आपके कौशल का प्रमाण, और आपके भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण निवेश है। आज के प्रतिस्पर्धी माहौल में, जहां योग्यताएं सिर्फ शुरुआत हैं, एक मजबूत पोर्टफोलियो आपको दूसरों से अलग कर सकता है। यह आपके जुनून, रचनात्मकता, और समस्या-समाधान क्षमताओं को प्रदर्शित करने का आपका मंच है। चाहे आप छात्र हों, शिक्षक हों, या पेशेवर हों, पोर्टफोलियो बनाने और बनाए रखने में समय और प्रयास निवेश करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह आत्म-चिंतन को बढ़ावा देता है, सीखने को गहरा करता है, और आपको अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सशक्त बनाता है। तो, अब कार्रवाई का समय है! अपने काम को इकट्ठा करना शुरू करें, अपनी सफलताओं को दर्शाएं, और अपनी सीखने की यात्रा को दुनिया के सामने प्रस्तुत करेंएक अच्छी तरह से तैयार किया गया पोर्टफोलियो आपके शैक्षिक और व्यावसायिक भविष्य को सार्थक रूप से सशक्त कर सकता है। यह आपके ज्ञान, कौशल, और क्षमता का एक जीवंत प्रमाण है, जो अनगिनत अवसर खोल सकता है। तो, आगे बढ़ें और अपनी कहानी को एक प्रभावशाली पोर्टफोलियो के माध्यम से बताएं!